हँसाते हैं मुझ को रुलाने से पहले बनाने की कोशिश मिटाने से पहले रिहा हो के अब क्या गुलिस्ताँ को जाऊँ ख़िज़ाँ आ गई मेरे आने से पहले तलातुम से ज़ोर आज़माना पड़ेगा सफ़ीने को साहिल पे लाने से पहले न बन जाए उम्मीद मायूस ग़म को कोई सोच ले मुस्कुराने से पहले न पूछ उन की मख़मूर नज़रों का आलम सहारा मिला लड़खड़ाने से पहले न ये बिजलियाँ थीं न ये आँधियाँ थीं हमारे नशेमन बनाने से पहले ज़रा अपने दिल के तक़ाज़े तो समझो मिरे दिल की दुनिया मिटाने से पहले मिरे दिल की बे-ताबियाँ रंग लाईं वो ख़ुद आ गए याद आने से पहले न ये दिलकशी थी न रंगीनियाँ थीं 'सईद' उन के तशरीफ़ लाने से पहले