इब्तिदा क्या है इंतिहा क्या है मौत का नाम दूसरा क्या है बहर-ओ-बर में तलाश है किस की मुझ से क्या जाने खो गया क्या है ज़िक्र कर के मिरी मोहब्बत का ये भी कह दो मिरी ख़ता क्या है इक तमन्ना है तुझ को पाने की लब पे आई है जो दुआ क्या है मैं तो सज्दे मुदाम करता हूँ मुझ से पूछो कि मुद्दआ' क्या है तेरी फ़ुर्क़त में मुझ को हर लम्हा जान का रोग लग गया क्या है ख़ार दिल में मिरे खटकता क्यों तू अगर जानता वफ़ा क्या है जान-ओ-दिल तो फ़िदा हुए तुझ पर अब मिरे पास रह गया क्या है जो हुए हैं शहीद उल्फ़त में ऐ 'रफ़ीक़' उन का मर्तबा क्या है