इस ज़िंदगी से एक लड़ाई लड़ा हूँ मैं तब जा के इस मक़ाम पे आ कर खड़ा हूँ मैं मेरी अना से मुझ को इजाज़त नहीं मिली और वो समझ रहे हैं कि ज़िद पर अड़ा हूँ मैं क़द का नहीं बड़ा पे जसारत तो देखिए कितने बड़े बड़ों के बराबर खड़ा हूँ मैं अब ज़िम्मादारियों की सज़ा झेलनी पड़े मेरा क़ुसूर ये है कि घर में बड़ा हूँ मैं अपने पिदर के हुक्म की तामील न करूँ हूँ मैं बड़ा मगर कहाँ इतना बड़ा हूँ मैं हैं आप जौहरी तो परखना है आप को अपने हर एक शे'र में मोती जड़ा हूँ मैं दुनिया ज़रूरियात को पूरा भी कर चुकी अपनी ज़रूरियात के पीछे पड़ा हूँ मैं