इस से पहले कि बिछड़ जाएँ हम By Ghazal << कभी तुझ से ऐसा भी याराना ... लुत्फ़ चाहो इक बुत-ए-नौ-ख... >> इस से पहले कि बिछड़ जाएँ हम दो-क़दम और मिरे साथ चलो अभी देखा नहीं जी-भर के तुम्हें अभी कुछ देर मिरे पास रहो मुझ सा फिर कोई न आएगा यहाँ रोक लो मुझ को अगर रोक सको यूँ न गुज़रेगी शब-ए-ग़म 'नासिर' उस की आँखों की कहानी छेड़ो Share on: