झगड़ों का क़त्ल-ओ-ख़ून का हैबत का सिलसिला अब ख़त्म होना चाहिए नफ़रत का सिलसिला क़ातिल के छूट जाने की उम्मीद बढ़ गई बरसों से चल रहा है समाअ'त का सिलसिला खेतों के बाद बिक गया आख़िर मकान भी अब ख़त्म हो चुका है विरासत का सिलसिला रह रह के हिल रही है ज़मीं क्या हुआ उसे जारी न हो गया हो क़यामत का सिलसिला गुस्ताख़ बद-ज़बानों को जड़ से उखाड़ दो होगा ज़रूर ख़त्म इहानत का सिलसिला मौसम बहुत क़रीब है 'साहिल' चुनाव का यूँही नहीं है हम पे इनायत का सिलसिला