जुनूँ में कोई आँसू पोंछने वाला नहीं मिलता By Ghazal << ज़िंदगी मुश्किल भी है आसा... पिघलती जान पे कब इख़्तिया... >> जुनूँ में कोई आँसू पोंछने वाला नहीं मिलता तरसती हैं अब आँखें आस्तीं-ओ-चाक-दामन को Share on: