कभी कुछ तो किसी के वास्ते दिल से दुआ कर लो यही इंसानियत का फ़र्ज़ है तुम भी अदा कर लो ये दुनिया ख़ूब-सूरत है यक़ीं आ जाएगा तुम को किसी से दिल लगाने की कभी कोई ख़ता कर लो हमारी अपनी फ़ितरत है वफ़ा करना वफ़ा कर ली तुम्हारी अपनी मर्ज़ी है वफ़ा कर लो जफ़ा कर लो तुम्हारे हर क़दम पर क्यों न जाने दिल धड़कता है तुम्हारा क्या भरोसा तुम न जाने क्या से क्या कर लो कोई भी शख़्स दुनिया में तुम्हें छोटा नज़र न आए तुम अपने सोचने का दायरा इतना बड़ा कर लो