करते हैं अपने बाल दिखा मुब्तला मुझे इस पेँच से बुताँ के निकाले ख़ुदा मुझे दिल ने मिरे जो दी है बढ़ा टूटने की क़द्र करती है बाल-बाल से चीनी दुआ मुझे जौर-ओ-जफ़ा में यार बहुत हो गया दिलेर करते तो की प रास न आई वफ़ा मुझे मैं ख़ाक तो हुआ प मेरी आबरू रही करते थे दीदा ख़्वार जुदा दिल जुदा मुझे मैं गिर रहा हूँ यार के क़दमों उपर 'यक़ीं' आई है रास साया-ए-गुल की हवा मुझे