कौन किस को यहाँ दग़ा देगा वक़्त सब कुछ हमें बता देगा बाप बेटा जुदा हुए जिस दिन घर तबाही का फिर पता देगा याद अपनों की आएगी उस पल जब कोई बे-सबब क़ज़ा देगा अपने करमों का लेना देना है कौन किस को यहाँ सज़ा देगा काम कोई तो नेक कर 'साग़र' देने वाला तुझे सिला देगा