ख़ुदा नहीं मिला मुझे By Ghazal << ख़्वाहिश-ए-दीद लिए दहर मे... करूँगा हस्ब-ए-ज़रूरत नहीं... >> ख़ुदा नहीं मिला मुझे तो क्या नहीं मिला मुझे मिला कभी तो खो दिया कहा नहीं मिला मुझे सुना तो है कि है कहीं पता नहीं मिला मुझे जो एक था नहीं रहा नया नहीं मिला मुझे कोई नहीं जो पूछता मिला नहीं मिला मुझे मुझे नहीं मिला सुना सुना नहीं मिला मुझे Share on: