किस की इनायत याद नहीं है By Ghazal << पहले हर लफ़्ज़ तोलिए साहि... ख़िर्मन-ए-दिल कि जाँ से उ... >> किस की इनायत याद नहीं है कौन सितम-ईजाद नहीं है मेरी कोई रूदाद न पूछो मेरी कोई रूदाद नहीं है उन का तबस्सुम याद है मुझ को अपनी हक़ीक़त याद नहीं है काश कि उस ने सोचा होता दिल है कोई फ़ौलाद नहीं है आप 'ज़िया' से लाख छुपाएँ आप का दिल भी शाद नहीं है Share on: