क्यों सजाएँ हैं बाम-ओ-दर बाबा कौन आता है लौट कर बाबा कब मिलें फिर किसे ख़बर बाबा देख लें उस को इक नज़र बाबा मार डालेगा ये सफ़र बाबा क्या हुए राह के शजर बाबा छोड़ मेहर-ओ-वफ़ा के अफ़्साने अब कोई और बात कर बाबा दोस्ती इश्क़ ख़ून के रिश्ते सब के सब ग़ैर मो'तबर बाबा रात भर मेरे साथ जागती है उस की यादों की दोपहर बाबा नींद की दुश्मनी है आँखों से याद आता है अपना घर बाबा