मेरा ही दिल है बिसात-ए-हसरत वगर्ना दुनिया में क्या नहीं है बस ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे मेरा ख़ुदा नहीं है करामत-ए-ज़ौक़-ओ-सेह्र-ए-विजदाँ शगुफ़्तन-ए-अंजुम-ओ-गुल-ओ-मय है मो'जिज़ा वुसअत-ए-नज़र का कोई अदा ख़ुशनुमा नहीं है ख़िज़ाँ दम-ए-वापसीं नहीं है बहार का ऐ गुलतमन्ना हयात इक जज़्ब-ए-जावेदाँ है जहान मातम-सरा नहीं है हुसूल-ए-मक़्सद गिराँ नहीं है ख़ुलूस-ए-निय्यत अगर हो शामिल दुआ नहीं बारयाब तेरी कि तू शरीक-ए-दुआ नहीं है मिरा अक़ीदा भी कैफ़ियत पर है ज़ाइरान-ए-शराब-ख़ाना रहे न ईमान दोस्त की आँख पर मगर ये रवा नहीं है इसी जहाँ में ज़बाँ-ज़द-ए-आम हैं मोहब्बत के सौ फ़साने यहीं मिरे दोस्त भी हैं 'शौकत' जिन्हें ख़यालवफ़ा नहीं है