मिल चुके हैं गुलाब से पहले आप के इंतिख़ाब से पहले हम तिरा ए'तिबार कर लेंगे मुतमइन हूँ जवाब से पहले मुंतज़िर नींद कह रही है ये दूर हूँ इज़्तिराब से पहले प्यार का भी सबक़ ज़रूरी है इल्म की हर किताब से पहले थाम लें हाथ दफ़अ'तन उन का पूछना क्या जनाब से पहले आप में भी नशा कहाँ कम है काश आते शराब से पहले तब कहीं वो झलक दिखाएगा पाक हो लें सवाब से पहले जावेदाँ कौन है ज़माने में पूछ लें ये हबाब से पहले ऐ ख़ुदा बख़्श दे हमें जन्नत दश्त सहरा सराब से पहले