मोहब्बत का हसीं एहसास हो तुम ग़नीमत है कि मेरे पास हो तुम ये किस की याद ने दिल को दुखाया भरी महफ़िल में महव-ए-यास हो तुम न जाने किस की क़िस्मत में लिखे हो न जाने किस के दिल की आस हो तुम मिरे दिल के निहाँ-ख़ाने में देखो मिरे मासूम दिल की प्यास हो तुम तसव्वुर को ख़ुदा आबाद रखे ये लगता है कि मेरे पास हो तुम मैं ख़ुशबू-ए-बदन से 'आश्ना' हूँ मिरे सूखे लबों की प्यास हो तुम