ना-आश्ना-ए-दिल है ना-आश्ना-ए-उर्दू वो बात क्या करेगा जिस को न आए उर्दू तन्हा न रह सकेंगी अपने वतन में दोनों उर्दू फ़िदा-ए-हिन्दी हिन्दी फ़िदा-ए-उर्दू मिल-जुल के दोनों बहनें ऐ काश बढ़ती जाएँ हिम्मत बढ़ाए हिन्दी रस्ता दिखाए उर्दू मंदिर हो या कि मस्जिद गिरजा हो या कलीसा सब जगमगा रहे हैं पा कर ज़िया-ए-उर्दू 'ग़ालिब' की ये ज़मीं है सब पर रहेगी ग़ालिब गूँजेगी चाँद पर भी इक दिन सदा-ए-उर्दू 'मोमिन' की दास्ताँ है 'मुल्ला' की तर्जुमाँ है 'चकबस्त' की ज़बाँ है देखो नवा-ए-उर्दू मशरिक़ हो या कि मग़रिब हो एशिया कि यूरोप हर ख़ित्ता-ए-ज़मीं पर पहुँची सदा-ए-उर्दू 'तुलसी' की है अमानत 'ख़ुसरव' की है विरासत 'रिज़वान' देखना तुम मिटने न पाए उर्दू