न मेहनत की हो गर मैं ने मुझे ताबिंदा मत करना मगर नाकाम होने पर मुझे शर्मिंदा मत करना मुझे देखोगे तो तुम को ये थप्पड़ याद आएगा जो हरकत तुम ने की है आज वो आइंदा मत करना नहीं है हुस्न में एहसास तुम भी इस से हो जाओ और अपने नर्म एहसासात को रक़्सिंदा मत करना फ़ना से इश्क़ है मुझ को बक़ा से सख़्त नफ़रत है कहीं हस्ती मिरी मेरे ख़ुदा पाइंदा मत करना तमन्ना फिर से जीने की नहीं दिल में मिरे अल्लाह मुझे मरने पे कर दे ख़त्म और फिर ज़िंदा मत करना