नज़र का ज़ाइक़ा महँगा पड़ेगा तुम्हें ये मै-कदा महँगा पड़ेगा मोहब्बत से मिलेगा मुफ़्त में ही ख़रीदो मत ख़ुदा महँगा पड़ेगा चराग़ों से तुम्हारी दोस्ती है हवा से राब्ता महँगा पड़ेगा हवा में ख़ूब उड़ते फिर रहे हो ज़मीं से फ़ासला महँगा पड़ेगा नज़रिया तो हमारा भी वही है तुम्हारा ज़ाविया महँगा पड़ेगा मुख़ालिफ़ हो न जाए ये ज़माना वफ़ा पर तब्सिरा महँगा पड़ेगा ज़रूरी है ज़रा सी बेवफ़ाई वफ़ा का फ़ल्सफ़ा महँगा पड़ेगा मोहब्बत का सफ़र जोखिम भरा है 'किरन' ये रास्ता महँगा पड़ेगा