निकलेगा सदा ज़ब्त से तश्हीर का पहलू है रात के पहलू ही में तनवीर का पहलू लहजे को ज़रा देख मिरे दोस्त कि वर्ना निकलेगा तिरी बात से शमशीर का पहलू बदनाम हुए इश्क़ के मैदान में सारे दाग़ों से न बच पाया जहाँगीर का पहलू क़ुरआन का हर लफ़्ज़-ओ-बयाँ नुदरत-ए-कामिल लाई है ख़िरद ढूँड के तफ़्सीर का पहलू दुनिया है रुख़-ए-यार का बातिन भी ज़रा देख ज़ाहिर में बहुत ख़ूब है तस्वीर का पहलू जब घेर लिया गर्दिश-ए-अय्याम ने 'ताबिश' निकला मिरे किरदार से तक़्सीर का पहलू