पहले तो मुश्किलात किराए पे लीजिए फिर हम से मो'जिज़ात किराए पे लीजिए दिरहम अगर हैं पास तो चाहे ख़रीदिए या रब्ब-ए-काएनात किराए पे लीजिए मतलब निकाल लाएगा वाइ'ज़ किसी तरह आयात-ए-बय्यनात किराए पे लीजिए अल्लामा की दुकाँ में है बुर्राक़ दस्तियाब फ़ुर्सत मिले तो रात किराए पे लीजिए मुल्ला को ख़ुम्स दीजिए मौला के नाम का मुश्किल-कुशा की ज़ात किराए पे लीजिए जब से वही है बंद वो बे-रोज़गार है जिबरील-ए-बिस्सिफ़ात किराए पे लीजिए