रखा है दिल उन बुतों से हम ने छुपा छुपा कर छुपा छुपा कर बला ये टाली है सर से अपने ख़ुदा ख़ुदा कर ख़ुदा ख़ुदा कर सितम तो देखो ये क्या सितम है बुला के ग़ैरों को पास अपने वो किस ढिटाई से हैं बिठाए दिखा दिखा कर दिखा दिखा कर ज़बाँ पे लाने से फ़ाएदा क्या मुझे ख़बर है अदू ने उन को मिरी तरफ़ से किया है बद-ज़न लगा लगा कर लगा लगा कर सुनी हक़ीक़त ना कान धर के कभी न पूछा कि हाल क्या है फ़साना-ए-ग़म हम उन को हारे सुना सुना कर सुना सुना कर भला ना ग़ुस्से से हम चबाएँ बताओ क्यूँ-कर न होंट अपना रक़ीब करते हैं हम से बातें चबा चबा कर चबा चबा कर जताए देते हैं इतना हम ये तुम उन के दम में कहीं न आना वो जान-ओ-दिल लें हैं छीन बातें बना बना कर बना बना कर जो हाथ बंदों का 'ऐश' उस ने करम से ख़ाली नहीं है रक्खा दुआएँ माँगें हैं उस से वो हाथ उठा उठा कर उठा उठा कर