रात में चाँद से बातें करना हौले हौले आँख के रस्ते दिल में उतरना हौले हौले तितली फूल हवा और ख़ुशबू रात और जुगनू झूम के साज़ बजाए झरना हौले हौले धड़कन धड़कन रक़्स किया है अक्स लिया है एल्बम याद की देख सँवरना हौले हौले मौसम फिर तब्दील हुआ है तेज़ हवा है गली से उस की आज गुज़रना हौले हौले तुम ने सच में झूट मिलाया फिर उलझाया अपनी बात से आप मुकरना हौले हौले मिट्टी में जब ज़ोर बहुत है शोर बहुत है प्रेम के बाग़ में जा के बिखरना हौले हौले दश्त से जब सूरज गुज़रा था ये 'मंज़र' था दर्द का रेत पे आहें भरना हौले हौले