सफ़र की धूप में छाँव में कौन रहता है हमारे साथ दुआओं में कौन रहता है तलाश किस की है किस के लिए सफ़र में हूँ गली में शहर में गाँव में कौन रहता है तमाम उम्र रहा साथ याद का मौसम उदास रुत की हवाओं में कौन रहता है अंधेरा लाख बड़ा हो वो ख़त्म होता है शम्अ की लौ में शुआ'ओं में कौन रहता है बचे हुए हो भला नज़र-ए-बद से कैसे 'शकील' बताओ माँ की दुआओं में कौन रहता है