शम्अ' ने लौ दी तो परवाने बने जान देने को ये दीवाने बने प्यार के क़िस्से कभी छुपते नहीं चाहने वालों के अफ़्साने बने जब से देखा है तिरा हुस्न-ओ-जमाल सारी दुनिया से हैं बेगाने बने दिल में अरमाँ हैं कि हम उन से मिलें दीद की चाहत के मस्ताने बने प्यार में 'रम्मन' ये हालत हो गई आज-कल हैं ख़ुद से बेगाने बने