सीने से लगाएँ तुम्हें अरमान यही है जीने का मज़ा है तो मिरी जान यही है सब्र इस लिए अच्छा है कि आइंदा है उम्मीद मौत इस लिए बेहतर है कि आसान यही है तू दिल में तो आता है समझ में नहीं आता बस जान गया मैं तिरी पहचान यही है गेसू के शरीक और भी थे क़त्ल में मेरे क्या वज्ह है इस की कि परेशान यही है उस बुत ने कहा बोसा-ए-बे-इज़्न प हँस कर बस देख लिया आप का ईमान यही है करते हैं ब-तदरीज वो ज़ुल्मों में इज़ाफ़ा मुझ पर अगर उन का है कुछ एहसान यही है हम फ़लसफ़े को कहते हैं गुमराही का बाइ'स वो पेट दिखाते हैं कि शैतान यही है