अलविदा'अ इस तरह कहा मैं ने ख़ुद से ख़ुद को जुदा किया मैं ने मानना दिल का फ़ैसला है अब कर लिया है ये फ़ैसला मैं ने मुश्किलों से जिसे क़रीब किया उजलतों में गँवा दिया मैं ने इतने नज़दीक से उसे देखा दरमियाँ रख के फ़ासला मैं ने एक चुप काम कर गई 'जाज़िब' जैसे सब कुछ ही कह दिया मैं ने