टहनी टहनी से ख़ून जारी है हम ने ऐसे ख़िज़ाँ गुज़ारी है ऐसा लगता है नीली झीलों की तेरी आँखों से रिश्ता-दारी है मैं हूँ शागिर्द इस लिए उस का इश्क़ सब से बड़ा मदारी है ख़्वाब देखा कि इक शजर हूँ मैं और तिरे हाथ में इक आरी है मेरी तस्वीर की तरफ़ देखो जिस ने रो रो के शब गुज़ारी है एक चाँटा पड़ा तो जानोगे वक़्त का हाथ कितना भारी है रूह को दे के नींद की गोली सैर उस के बदन की जारी है मैं ज़रा पानी पी के आता हूँ तिरी क़ुर्बत बहुत करारी है हर शिकारी की ताक में बेटे कोई उस से बड़ा शिकारी है काम अब वो चराग़ कर रहे हैं जो हवाओं की ज़िम्मेदारी है इक धमाका हुआ है सेनिमा में मर गए लोग फ़िल्म जारी है जौन साहिब मिरे मुआ'मले में हिज्र में भी विसाल तारी है जा रहे हैं ख़ुदा से मिलने हम ये ज़मीं तो बस इक सवारी है दिल है तेरी जुदाई में जैसे कोई हारा हुआ जुआरी है मार डाला है एक कमसिन ने होंट हल्के हैं बोसा भारी है आम होने लगा है थोड़ा बहुत जो मिरा दीन-ए-ताज़ा-कारी है ‘अली-अरमान' को सँभाल के रख ये तिरा आख़िरी पुजारी है