तस्वीर अपने अस्ल से बिल्कुल जुदा बने पहले को इस तरीक़े बना दूसरा बने मैं अपने ख़्वाब नींद की मिट्टी में घोल दूँ वो कीमियाई जिस्म अगर जा-ब-जा बने इक आँख हो जो मेरे ख़द-ओ-ख़ाल भाँप ले जज़्बों की तर्जुमान कोई तो दु'आ बने डलफ़ी की देवी गाया से सरसब्ज़गी मिले ज़ीनो की यात्रा से मोहब्बत सज़ा बने हुलिए पे विर्द-ए-सब्र पढ़े कोई फ़लसफ़ी तब वुसअ'त-ए-नुक़ूश से कुछ मावरा बने