तू ने अपना न बनाया तो कोई बात नहीं दिल को हम से न लगाया तो कोई बात नहीं हम तो हमराज़ थे तेरे ही सदा से जानाँ हाल दिल का न सुनाया तो कोई बात नहीं हम तो आशिक़ थे तिरे बरसों पुराने जानम हम को ख़्वाबों में सताया तो कोई बात नहीं हम तरसते ही रहे दीद को तेरी हर पल तू ने वा'दा न निभाया तो कोई बात नहीं जान देते हैं मोहब्बत में सनम दिल वाले तू ने हम को न मनाया तो कोई बात नहीं