तुझ पर फ़िदा हैं हम तिरी तस्वीर देख कर हम ख़ुश हैं अपनी अच्छी ये तक़दीर देख कर देखा है तुम ने मुस्कुरा के फिर सनम हमें हम होश में नहीं हैं ये तासीर देख कर वादी हसीन है बड़ी देखी है जिस ने भी गाता है नग़्मे दिल मिरा कश्मीर देख कर रब ने कहा है क्या हमें मालूम फिर हुआ समझा है हम ने दीन को तफ़्सीर देख कर पाई है उस ने अपनी ख़ुशी ये पता चला चेहरे पे उस के चमकी वो तनवीर देख कर