तुम को हम दिल में बसा लेंगे तुम आओ तो सही सारी दुनिया से छुपा लेंगे तुम आओ तो सही एक वादा करो अब हम से न बिछड़ोगे कभी नाज़ हम सारे उठा लेंगे तुम आओ तो सही बे-वफ़ा भी हो सितमगर भी जफ़ा-पेशा भी हम ख़ुदा तुम को बना लेंगे तुम आओ तो सही राह तारीक है और दूर है मंज़िल लेकिन दर्द की शमएँ जला लेंगे तुम आओ तो सही