तुम्हें दुनिया की नज़रों से बचा कर साथ रखना है मिरी चाहत का ख़त हो तुम छुपा कर साथ रखना है मिरे आँगन में ठहरे हैं तुम्हारी याद के साए तुम्हारे आने तक दिल से लगा कर साथ रखना है कहानी की तरह तुम को सुना सकती नहीं सब को तुम्हें गीतों के जैसे गुनगुना कर साथ रखना है सजाना है कभी हाथों में मेहंदी की तरह तुझ को कभी आँखों में काजल सा समा कर साथ रखना है मैं तितली की तरह हूँ फूल के जैसा है तू हमदम मैं दिल हूँ सो तुझे धड़कन बना कर साथ रखना है सफ़र मुश्किल बहुत है और मंज़िल दूर है अपनी हमें मुश्किल को ही हिम्मत बना कर साथ रखना है