वो हमें याद अब नहीं करते हम भी फ़रियाद अब नहीं करते क्या हुआ ख़ैर है बताएँ तो दिल पे बेदाद अब नहीं करते शाद होता है तो उछलता है दिल को हम शाद अब नहीं करते ज़ुल्म-ओ-जौर-ओ-जफ़ा सितम यारो वो मिरे बाद अब नहीं करते संग-ए-तुर्बत पे मार दे तेशा बात फ़रहाद अब नहीं करते सो गए आख़िरश मियाँ 'हावी' कुछ भी इरशाद अब नहीं करते