आज़ादी By Nazm << काएनाती गर्द में बरसात की... महशर >> रस्ते में पड़े रोड़े पत्थर पहरा देते वर्दी वाले दूर से आता शोर-शराबा नुक्कड़ पे पड़ी ख़ाली बोतल कार के नीचे सोता कुत्ता और ग़ुबार उड़ाती हवाएँ सब कुछ अच्छा लगता है जब चलने की आज़ादी हो Share on: