आवाज़ By Nazm << बहलावा मुसाफ़िर के ठिकाने नहीं ह... >> वो जब मुझ से बोलता है तो दुनिया की सारी आवाज़ें मीठी तानें मधुर ज़बानें उस के इक इक मीठे बोल पे सर धुनती हैं उस की बातें सात सुरों में एक अनोखा सुर बनती हैं इतना मीठा लहजा उस का वो बोले तो दुनिया की सारी आवाज़ें चुप रह कर उस को सुनती हैं Share on: