क्या कर रही हैं आप यहाँ जल्द आइए अम्मी कहाँ है अब्बा की ऐनक बताइए रख कर यहीं कहीं उसे भूले हैं देखिए झूले में इत्तिफ़ाक़ के झूले हैं देखिए कीजे जो कोई बात तो झुँझला रहे हैं वो कॉलेज का वक़्त हो गया झल्ला रहे हैं वो उन की नज़र में अपनी ही हर चीज़ ग़ैर है तकिया है अपनी जा पे न चादर ब-ख़ैर है चीज़ें जो मेज़ पे थीं वो सब ही पलट गईं तकिया है अपनी जा पे न चादर ब-ख़ैर है चीज़ें जो मेज़ पे थीं वो सब ही पलट गईं एक एक कर के सारी किताबें उलट गईं कमरे का हाल ग़ैर है आ कर बचाइए अम्मी ख़ुदा के वास्ते अब आ भी जाइए अम्मी ये सुन कर दौड़ कर आईं ब-इज़्तिराब अब्बा से हम-कलाम हुईं आते ही शिताब क्या कर रहे हैं आप ज़रा होश कीजिए रखी कहाँ थी आप ने ऐनक ये सोचिए अब्बा ये कहने पाए थे कि बस उसी जगह इतने में अम्मी बोल उठीं ख़ूब वाह वा वल्लाह किस कमाल के हैं आप आदमी अज्दाद में दो एक रहे होंगे फ़लसफ़ी कीजे दुरुस्त जाइए कॉलेज ब-सद शिताब ऐनक धरी है आप की पेशानी पे जनाब