अबुल-कलाम कि बद्र-ए-मुनीर-ए-आज़ादी तुलूअ'-ए-सुब्ह-ए-तमन्ना नशात-ए-दीदा-ओ-दिल ख़ुलूस प्यार वफ़ा-आश्ना तरीक़ तमाम वो अपनी क़ामत-ए-ज़ेबा में जैसे हुस्न-ए-यक़ीं अबुल-कलाम ख़िताबत का बे-बदल पैकर अबुल-कलाम सियासी शुऊ'र का मंज़र अबुल-कलाम फ़साहत का तेज़-रौ दरिया अबुल-कलाम सक़ाफ़त की मौज-ए-बे-पायाँ अबुल-कलाम मुजस्सम शराफ़त-ए-मशरिक़ वो रौशनी जिसे सदियाँ तलाश करती हैं हमारे अह्द का विर्सा बनी है हम में है