चलो तज्वीज़ करते हैं By Nazm << जंग का मतलब क़ुतुब-मीनार >> किसे ता'मीर होना है किसे मिस्मार रहना है किसे ख़्वाब-ए-मुसलसल की फ़ज़ा-बंदी में जीना है किसे नींदों से हट कर आँसुओं से हिज्र को आसान करना है किसे ख़ामोश रहना है किसे एलान करना है Share on: