काउन्टर अटैक By Nazm << दिन और झाग नज़्म >> मैं ने सिर्फ़ एक बात की उस की एक सौ बातों के जवाब में इस लिए मेरे बदन में एक सौ तीर हैं दिल में एक छेद है Share on: