दरख़्त अपने फल से पहचाना जाता है By Nazm << मशवरा हुस्न-ए-सर-ए-राह >> दरख़्त अपने फल से पहचाना जाता है और फल अपने दरख़्त से नेकी बदी एक मेआ'र हैं तुम्हारी शनाख़्त का कि वो तुम से हैं और तुम उन से आईना तो वो ही दिखाएगा जो उस के मुक़ाबिल होगा Share on: