दुआ By Nazm << वफ़ा और इश्क़ के रिश्ते ब... आवारा परछाइयाँ >> गहरी रात में साए साए ज़र्द घटा साकित-ओ-जामिद गहरा नीला जंगल सर्द हवा में हाथ बढ़ा सर्द हवा सिसकियाँ ख़ुश्बू अल्हड़ जिस्म दोराहे सपना ख़ून बहा क़हर-ओ-ग़ज़ब की गर्म हवा मेरे ख़ुदा अल्हड़ जिस्म का ख़ून बहा ख़ून बहा हाथों को मायूस न कर Share on: