रौशनी बह गई चाँदनी ढल गई ज़िंदगी लुट गई शांति मिट गई रौशनी बह गई रौशनी है अमर रौशनी है अमर रौशनी है अमर हर तरफ़ उस की मुस्कान बिखरी हुई हर तरफ़ उस का संगीत फैला हुआ हर तरफ़ उस के अल्फ़ाज़ गूँजे हुए हर तरफ़ उस के सपने हैं बिखरे हुए हर तरफ़ उस की यादों की परछाइयाँ हर तरफ़ उस की साँसों की शहनाइयाँ है अँधेरे के बा'द और भी चाँदनी और भी ज़िंदगी और भी रौशनी रौशनी है अमर रौशनी है अमर रौशनी बह गई रौशनी है अमर