ग़ालिब सदी और उर्दू By Nazm << नए लीडर की दुआ क़त्ल-ए-बहाराँ >> इक बरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है या'नी उर्दू-ए-मुअ'ल्ला का मआल अच्छा है बात कड़वी सही लेकिन हमें कहने दीजे दिल के ख़ुश रखने को ग़ालिब ये ख़याल अच्छा है जश्न-ए-ग़ालिब ने जो बख़्शी है ज़रा सी रौनक़ वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है Share on: