आह किसे दुख दर्द बताऊँ किस को अपना हाल सुनाऊँ दिल से होती राह है दिल को घायल की हो ख़बर घायल को कौन है मेरी सुनने वाला कौन है अब सर धुनने वाला कौन अफ़्सोस करे अब मुझ पर कौन हो मुझ को देख के मुज़्तर इस सिन में ये दर्द-ए-निहानी हाए जवानी हाए जवानी आह उमीदें ख़ाक हुईं सब जीना अब इक क़हर है यारब दुनिया से अल्लाह उठा ले मुझ को उस के पास बुला ले