जवाब By बाल कविता, Nazm << झूट तजस्सुस >> सवाल जब भी मैं पूछूँ तो मुँह को तकते हो है बात शर्म की यूँ अपने होंट सी लेना सदा उठी कि बताया है कल ही हज़रत ने बड़ों की बात का हरगिज़ जवाब मत देना Share on: