मुझे लौटा सकोगे तुम मिरी छोटी सी वो दुनिया मिरे एहसास की शिद्दत मिरे अल्फ़ाज़ की हुरमत गुज़ारे संग जो लम्हे मिरी ख़्वाहिश मिरे सपने वो बेचैनी वो बेताबी मिरी आँखों की बे-ख़्वाबी लबों की वो हँसी मेरी निगाहों की चमक मेरी उमंगों से भरी बातें हसीं वो दिन जवाँ रातें वो रंगों से भरी शामें बस इक दूजे को हम थामें जो मुमकिन हो अगर ऐसा कि बीते दिन भुला पाओ तो जाओ हक़ दिया तुम को ख़ुशी से तुम चले जाओ