ख़ुशी का शहर By Nazm << क़त्ल-ए-आवाज़ कब से रस्ता देख रहे हैं >> आओ मिल कर सपना देखें उलट पलट कर इस दुनिया को मंज़र कोई अपना देखें वक़्त की ये दीवार गिरा कर वक़्त से थोड़ा आगे जा कर हरे भरे मैदानों वाला बड़े बड़े दालानों वाला दुनिया से दूर इक कोने में शहर ख़ुशी का बस्ता देखें जिस में सब को हँसता देखें Share on: