माँ By Nazm << रिश्ता इल्तिजा >> आज अँधेरे में यूँ अचानक याद आ गईं मुझ को मेरी प्यारी सी शफ़ीक़ माँ मैं ने देखा जब एक मोम-बत्ती को पिघल कर रौशनी देते हुए Share on: