मन का मीत मिला दे सजनी मन का मीत मिला दे जिस बिन चैन न मोहे आए पल क्षण जिस की याद सताए कहाँ है वो बतला दे सजनी मन का मीत मिला दे दिल को मेरे खोने वाली प्यारी मन को मोहने वाली सुंदर छब दिखला दे सजनी मन का मीत मिला दे उस बिन सूना है जग सारा मेरा मन हर प्रीतम प्यारा रूठ गया है मना दे सजनी मन का मीत मिला दे मेरा हृदय जिस का मंदर याद है जिस की दिल के अंदर उस का दर्शन करा दे सजनी मन का मीत मिला दे नैनों से निज नैन मिला कर नैनों में बस जाए आकर सोए भाग जगा दे सजनी मन का मीत मिला दे जिस से खिंच कर आए बालम आ मुझ को अपनाए बालम ऐसा मंत्र सिखा दे सजनी मन का मीत मिला दे हूँ मैं आस लगाए बैठी नैनन दीप जलाए बैठी शुभ संदेश सुना दे सजनी मन का मीत मिला दे