मुनाफ़िक़ By Nazm << नई घटाएँ उतर रही हैं मैं फूल जैसी क्यों हुई >> नहीं थी वो तो जाने उस को क्या क्या कह दिया उस ने मगर जब सामने आई कहा घर तुम से जन्नत है मुझे तुम से मोहब्बत है Share on: